Wednesday, 27 January 2016

रबी में किसानों को कम पानी वाली फसलें बोने की सलाह दी जाए- कलेक्टर

कलेक्टर श्री नीरज दुबे ने कृषि विभाग के अधिकारियों से कहा है कि वे रबी मौसम में कम पानी की फसलें बोने की किसानों को सलाह दें। उन्होंने किसानों को पर्याप्त मात्रा में खाद की व्यवस्था करने के उप संचालक कृषि को निर्देश दिए। कलेक्टर श्री दुबे यहां कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में कृषि आदान व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में उप संचालक कृषि, उप संचालक उद्यानिकी, भीकनगांव एवं कसरावद के अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, सहायक संचालक आत्मा परियोजना तथा उप पंजीयक सहकारिता सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
   कलेक्टर ने जिले में खाद की उपलब्धता एवं खाद के अग्रिम उठाव की स्थिति के बारे में उप संचालक कृषि से पूछा। कलेक्टर ने मिर्च की फसल को वाइरस से मुक्त रखने हेतु कारगर रणनिति बनाने के लिए कृषि अधिकारियों से सुझाव देने को कहा। कलेक्टर ने मिर्च फसल की जानकारी लेने के लिए आंधप्रदेश के भ्रमण से लौटकर आए किसानों की कार्यशाला आयोजित करने के उप संचालक कृषि को निर्देश दिए, ताकि जिले के अन्य किसानों को वे अपने अनुभव सुना सकें।
   उप संचालक कृषि ने जानकारी दी कि रबी फसल हेतु जिले में यूरिया 2211 मे. टन, एसएसपी 7000 मे. टन, डीएपी 10900 मे. टन, पोटाश 3755 मे. टन एवं काम्प्लेक्स 2274 मे. टन की आपूर्ति की गई। जबकि रबी में किसानों को 29620.70 क्विंटल बीज का वितरण किया गया। इसमें से 23935 क्विंटल गेंहू एवं 5685.70 क्विंटल चना बीज का किसानों में अब तक वितरण किया जा चुका है।  
   उप संचालक कृषि के मुताबिक रबी में जिले में अब तक 87367 हेक्टेयर रकबे में बुवाई की जा चुकी है। इसमें से 61673 हेक्टेयर रकबे में गेंहू, 2000 हेक्टेयर में मक्का एवं अन्य, 21500 हेक्टेयर में चना, 28 हेक्टेयर में मटर, 6 हेक्टेयर में मसूर 543 हेक्टेयर में अन्य दलहन फसलें 100 हेक्टेयर में सरसों, 3 हेक्टेयर में अलसी, 519 हेक्टेयर में अन्य तिलहन फसलें, 880 हेक्टेयर में गन्ना तथा 115 हेक्टेयर में आलू एवं अन्य फसलें बोई जा चुकी है।

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